पीसीसी महामंत्री राजेंद्र साहू ने अमित शाह पर किया पलटवार

गृहमंत्री अमित शाह के उलटा लटकाने के बयान को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने करारा पलटवार किया है। राजेंद्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 साल के रमन सरकार के कार्यकाल में कर्ज से परेशान हजारों किसान फांसी पर लटके। केंद्र की मोदी सरकार ने तीन कृषि कानून लगाने का प्रयास कर किसानों को फांसी पर लटकाने की कोशिश की जो सफल नहीं हो सकी। अब गृहमंत्री अमित शाह किसानों को सबसे ज्यादा मूल्य देने वाले भूपेश सरकार पर झूठे, मनगढ़ंत आरोप लगाकर उलटा लटकाने की धमकी दे रहे हैं।

राजेंद्र ने कहा कि शाह ने भूपेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। शाह बताएं कि बेरोजगार युवाओं को हर महीने 25 सौ रुपए बेरोजगारी भत्ता देना क्या भ्रष्टाचार है? क्या भूमिहीन मजदूरों को सालाना 7 हजार रुपए की सहायता राशि देना क्या भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है ? किसानों की कर्जमाफी और 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान करने में शाह को भ्रष्टाचार कैसे नजर आ रहा है ?

राजेंद्र ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत गोपालकों और स्वसहायता समूह की महिलाओं से गोबर खरीदने में कैसा भ्रष्टाचार दिख रहा है। शाह यह भी बताएं कि आम जनता को बिजली बिल हाफ करने की राहत देकर भूपेश सरकार आखिर कौन सा भ्रष्टाचार कर रही है ? इन योजनाओं के अलावा स्वामी आत्मानंद स्कूल, हाट बाजार क्लीनिक, स्लम स्वास्थ्य योजना, धन्वंतरी योजना जैसी दर्जनों योजनाओं से प्रदेश की जनता को सीधा लाभ मिल रहा है। देश के गृहमंत्री अमित शाह को इन योजनाओं में भ्रष्टाचार नजर आना समझ से परे है।

राजेंद्र ने कहा कि भूपेश सरकार ने किसानों, मजदूरों, स्वसहायता समूह की महिलाओं, युवाओं समेत हर वर्ग को राहत देने जनकल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। भूपेश सरकार ने रमन सरकार के कार्यकाल में एक्टिव रहे बिचौलियों की भूमिका पूरी तरह समाप्त कर दी है। योजनाओं का लाभ सीधे लोगों के खाते में पहुंच रहा है।

राजेंद्र ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने महंगाई बढ़ाने के साथ-साथ केवल अंबानी और अडानी को लाभ पहुंचाने का काम किया है। मोदी सरकार के कारनामों से देश की जनता, किसान, मजदूर, युवा, महिलाएं त्रस्त हैं। शाह समझ लें कि अब देश की केंद्र सरकार में बदलाव का समय आ चुका है। आम जनता ने ठान लिया है कि भारतीय जनता पार्टी के उलटा लटकने की बारी आ गई है।

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