भारतीय जनता पार्टी की छत्तीसगढ़ प्रदेश की दूसरी सूची में दुर्ग ग्रामीण से जैसे ही ललित चंद्राकर के नाम की घोषणा हुई वैसे ही ताम्रध्वज साहू खेमे में एक अलग ही तरह का उत्साह देखने को मिला वहीं भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में ललित चंद्राकर के नाम की घोषणा होने के बाद घंटे बर्बाद हुए स्वागत की बेला में 10-15 लोगों की उपस्थिति ही यह साबित कर रही थी कि ललित चंद्राकर दुर्ग ग्रामीण से एक कमजोर प्रत्याशी के रूप में नजर आने लगे ।
वर्तमान स्थिति में अगर देखा जाए तो जिस प्रकार से ललित चंद्राकर के नाम की घोषणा के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में अंदरुनी हलचल शिथिल सी पड़ गई वहीं गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के खेमे के समर्थकों में एक अलग ही उत्साह नजर आने लगा चर्चा यहां तक भी है कि दुर्ग ग्रामीण क्षेत्र में साहू समाज की बहुलता के कारण गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू बड़ी आसानी से जीत अर्जित करते हुए नजर आ रहे हैं जिले में दुर्ग ग्रामीण क्षेत्र एक ऐसा विधानसभा क्षेत्र है जहां साहू समाज की बहुलता है एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को महिला 1007 समूहों को राजीव मितान क्लब के सारे युवाओं को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने की जो योजना है उसे ग्रामीण क्षेत्र कहीं ना कहीं आर्थिक रूप से काफी संपन्न भी हुआ है भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता यह अनुमान लगा रहे थे कि साहू समाज में केंद्र लगाने के लिए एवं महिला सशक्तिकरण की अपनी बात पर कायम रहते हुए भारतीय जनता पार्टी दो ग्रामीण से पूर्व मंत्री रामशिला साहू को अगर टिकट देती तो साहू समाज में वोट बैंक में बंटवारा होता परंतु ललित चंद्राकर संगठन के तो पुराने कार्यकर्ता हैं परंतु जमीनी स्तर पर उन्हें अब फिर से एक नए सिरे से अपनी पहचान बनानी पड़ रही है जबकि उनके विपरीत कांग्रेस के प्रबल दावेदार प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू ग्रामीण क्षेत्र में काफी सक्रियता से लगातार चुनावी घोषणा के पहले से ही जमीन स्तर से जुड़े हुए हैं ऐसे में भारतीय जनता पार्टी यह सीट एक बार फिर से गंवाती नजर आ रही है ।
बदल सकता है बी फार्म …
वहीं यह भी चर्चा का विषय है कि ललित चंद्राकर के नाम की घोषणा होने के बाद जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में हताशा की भावना है उसे आने वाले समय में बी फार्म के बदलने की भी उम्मीद की जा रही है कार्यकर्ता यही उम्मीद कर रहे हैं की अंतिम समय में भी फॉर्म भी बदला जा सकता है बता दें कि वैशाली नगर क्षेत्र से रिकेश सेन का भी इसी तरह काफी विरोध हो रहा है और वहां भी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रत्याशी बदलने की मांग की जा रही है भारतीय जनता पार्टी संगठन दोनों विधानसभा क्षेत्र में अपनी बारी की नजर बनाए हुए हैं और भारतीय जनता पार्टी के हताश कार्यकर्ता प्रदेश संगठन एवं केंद्रीय संगठन से पर्दे के पीछे रहते हुए उम्मीद कर रहे हैं की अंतिम समय में भी फॉर्म बदले और दुर्ग ग्रामीण की सीट एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के खाते में पुन वापस आ जाए