विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस को लेकर दुर्ग जिला अस्पताल में आयोजित पत्रकार वार्ता में डाॅ प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 50 लाख मानसिक रोगी है जिसमें 40 लाख रोगियों को इलाज नहीं मिल रहा है।10से 12 लाख रोगियों का ही इलाज हो रहा है। डॉक्टर ने इसका मुख्य कारण छत्तीसगढ़ में फैले अंधविश्वास को बताया है।
राष्ट्रीय मानसिक रोगी सर्वे के मुताबिक 20 लाख मरीज नशे की वजह से मानसिक रोग से ग्रसित है। उन्होंने यह भी बताया कि मनोरोग चिकित्सक को पागलों का डाक्टर कहा जाता है वह भी ग़लत है न तो किसी रोगी को पागल कहना चाहिए और न ही चिकित्सक को पागलों का डाक्टर कहना चाहिए .
उन्होंने यह भी बताया कि मानसिक रोग भी अन्य बीमारियों की तरह है जिसका इलाज से ठीक किया जा सकता है.
डॉ प्रशांत अग्रवाल ने 10 अक्टूबर को होने वाले आयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि इस दिन देश भर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाएगा इसके तहत दुर्ग विभिन्न प्रतियोगिताएं भी कराई जाएगी।