दुर्ग शहर में बदहाली का आलम इतना ज्यादा है कि हर तरफ अतिक्रमण का बोल बाला है किन्तु कार्यवाही के नाम पर शून्य और हो भी क्यो ना जब शहर के विधायक स्वयं ही सड़क पार शेड लगा कर अतिक्रमण कर रहे तो फिर आम जनता के लिए कैसे उदहारण पेश करेंगे . स्व. मोतीलाल वोरा की समाधी निर्माण किस तरह और किस निधि से हुआ सभी को ज्ञात है वही विधायक निवास के बगल से गुजर रही सड़क पर कार पार्किंग भी स्थानीय निवासियों में चर्चा का विषय है पद है तो सब मौन है किन्तु पद तो आते जाते रहते है .
विधायक निवास पर खुल कर अतिक्रमण…
एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के बावजूद भी सीएम बघेल के भिलाई तीन निवास में आम रास्ते में किसी तरह की कोई छेड़छाड़ नहीं हुई वही विधायक जी ने आम रास्ते में ही शेड निर्माण कर अतिक्रमण पर अपरोक्ष सहमती दे दी जब शहर विधायक ही अतिक्रमण के पक्ष में है तो फिर आम जनता क्यो पीछे हटे उन्होंने भी निगम सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट गौरवपथ पर सडको के किनारे अतिक्रमण शुरू कर दिया . ऐसे बनेगा दुर्ग स्मार्ट सिटी जहाँ अतिक्रमण का बोलबाला होगा ।
छोटे दुकानदारों पर शक्ति…..
वही दुकानों के सामने निगम को अतिक्रमण दिख रहा और वही हमारे लाडले विधायक जो की पूरे रोड़ को अपना समझ कर अतिक्रमण कर रखा है .बाजार ,अतिक्रमण अधिकारी की सयुक्त कार्यवाही जो की हर छोटे दुकानों पर अपनी कार्यवाही कर प्रेस विज्ञप्ति जारी करवाते है वही शहर के कई रसूखदारों द्वारा खुल कर अतिक्रमण करा जाता है क्या निगम के अतिक्रमण,बाजार विभाग की सयुक्त कार्यवाही में विधायक के घेरे गए अतिक्रमण पर कार्यवाही करेंगे या फिर छोटे दुकानदारों पर कार्यवाही कर प्रेस नोट जारी करवाएंगे ।