दुर्ग//मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस से पाटन विधानसभा से अपनी दावेदारी पेश की है जैसा कि सभी को अनुमान था कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ कोई और भी कांग्रेसी पाठक विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी पेश नहीं करेगा और राज्य के माननीय नेता के रूप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक बार फिर पाटन विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे किंतु अचानक बदले घटनाक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ विधायक अरुण वोरा के कट्टर समर्थक प्रकाश गीते ने पाटन विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी पेश कर सभी को अचंभित कर दिया प्रकाश गीते को विधायक अरुण वोरा का कट्टर समर्थक इस लिए भी कहा जा सकता है कि प्रकाश गीते ने एक ऐसी महिला के भवन को नगर निगम के वाहन से तुड़वाया था जो महिला स्वर्गीय मोतीलाल वोरा के साथ कांग्रेस में सक्रिय कार्यकर्ता थी एवं मुख्यमंत्री के रूप में जब मोतीलाल वोरा मध्य प्रदेश में सरकार ( मुख्यमंत्री) चला रहे थे तब राज्य मंत्री के दर्जे के रूप में आयोग की सदस्य भी थी उनके भवन को नगर निगम के जेसीबी से तुड़वाने के बावजूद भी विधायक अरुण वोरा ने प्रकाश गीते पर कार्यवाही न करने के लिए उस महिला श्रीमती प्रतिभा चौहान से निवेदन किया था ऐसा उनकी पुत्री और शहर की प्रतिष्ठित डॉक्टर डॉ रचना चौहान का कहना है ।सालों से चौहान परिवार राजनीति के क्षेत्र में स्वर्गीय मोतीलाल वोरा के साथ कार्य कर रहा है बावजूद इसके प्रकाश गीते द्वारा इस प्रकार की तुझ हरकत करने के बावजूद भी विधायक वोरा का समर्थन प्रकाश गीते के पक्ष में रहा इसीलिए शहर में चर्चा का विषय है कि प्रकाश गीते को पाटन विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी पेश करने के लिए विधायक की मौन सहमति जरूर होगी ।
हालांकि चर्चा है कि प्रकाश गीते ने अपना दावेदारी वापस ले ली किंतु चाहे कुछ भी हो प्रकाश गीते ने जो की विधायक अरुण वोरा के कट्टर समर्थक हैं आखिरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने पाटन विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी पेश कर एक नए विवाद को जन्म दे दिया । एक और जहां 30 सालों के बाद दुर्ग कांग्रेस में विधायक अरुण वोरा की दावेदारी के अलावा दुर्ग कांग्रेस के कई कद्दावर नेता अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं उसे चर्चा को यह बल मिलता है कि शायद विधायक वोरा अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहे हैं और प्रकाश गीते के द्वारा पाटन विधानसभा क्षेत्र में फार्म भरवा कर दावेदारी पेश कर राजनीतिक रूप को बदलने की कोशिश कर रहे हैं । हालांकि कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा है पर चर्चाओं का बाजार इस वक्त बहुत गर्म है किंतु तथ्य यह है कि प्रकाश गीते ने पाटन विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी पेश कर ही दी थी जबकि वह दुर्ग विधानसभा क्षेत्र के निवासी हैं अगर उन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ने का इतना ही शौक था तो वे दुर्ग विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी पेश करते किंतु उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी पेश कर एक नए विवाद को जन्म दे दिया और निष्क्रियता का आरोप झेल रहे विधायक वोरा के लिए परेशानी का क्षण पैदा कर दिया बावजूद इसके भी अभी तक विधायक वोरा के द्वारा ऐसी कोई प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की जिसमें उन्होंने प्रकाश गीते के इस प्रकार के व्यवहार की निंदा की हो । जबकि विधायक बोरा अगर किसी नाली का भी उद्घाटन करते हैं तो प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रचार प्रसार करते हैं ऐसे में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद विधायक वोरा द्वारा किसी प्रकार का कोई व्यक्ति भी ना देना भी चर्चा का विषय है ।
ऐसे में दुर्ग की राजनीतिक समूहों में चर्चा का विषय है कि शायद विधायक वोरा का मौन समर्थन रहा होगा । वही प्रकाश गीते के ऊपर ,, इस तरह की हास्य पद हरकत में एक समाचार पत्र ने तो यहां तक लिख दिया की प्रकाश गीते को पाटन विधान सभा के छेत्र का काला ***** भी नही पहचानता उसे अगर चुनाव लडना ही था तो दुर्ग विधानसभा से दावेदारी कर सकते थे ।