दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने दुर्ग में कंजेक्टिवाइटिस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से दुर्ग जिला अस्पताल में निशुल्क जाँच एवं आईड्रॉप वितरण के लिए निगरानी समिति गठित करने की मांग किया है।पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि दुर्ग जिला अस्पताल प्रबंधन की कारगुजारियों से सभी अवगत है,निशुल्क आईड्रॉप वितरण की आड़ में कही आपदा को अवसर बनाने का खेल ना खेला जा सके और संक्रमित लोगों को परेशान होकर इधर उधर भटकना नहीं पड़े इसके लिए तत्काल निगरानी समिति का गठन करें।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को कई बार अवगत कराने एवं मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए कार्ययोजना तैयार करने का आग्रह करने पर भी दुर्ग जिला अस्पताल की व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाया,बदहाल व्यवस्था की वजह से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कंजक्टिवाइटिस में डॉक्टर की परामर्श पर ही लें दवाई
पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने कहा कि कंजक्टिवाइटिस होने पर कुछ लोग डॉक्टर से परामर्श लेने की जगह अपनी मर्जी या फिर मेडिकल स्टोर संचालकों की सलाह पर आई ड्रॉप ले लेते हैं।ऐसा करने से आपकी आंखें और भी ज्यादा प्रभावित हो सकती हैं।यह कॉर्निया को नुकसान पहुंचा सकता है।कंजक्टिवाइटिस मामूली है तो अपने आप ठीक हो जाएगा,लेकिन इसके 4 से 5 दिन बाद भी ठीक न होने पर गंभीर होने की जरूरत है।ऐसी स्थिति में आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
ये हैं कंजेक्टिवाइटिस से बचने के उपाय
-बार बार हाथों से आंखों को टच न करें।
-हाथों की अच्छे से सफाई करें।
-अपनी आंखों को दिन में दो से तीन बार ठंडे और साफ पानी धोएं।
-आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के साथ।तौलिया, कपड़े या रुमाल शेयर न करें।
-आई फ्लू के दौरान टीवी या मोबाइल से दूरी बनाकर रखें।
-बिना डॉक्टर को दिखाएं आई ड्रॉप न लें।आंखों में ज्यादा दर्द, सूजन बढ़ने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं।