दुर्ग // महिला सशक्तिकरण संघ छत्तीसगढ़ प्रदेश एवं द बुध्दिस्ट सोसायटी आफ इंडिया भारतीय बौद्ध महासभा के संयुक्त तत्वाधान मे प्रज्ञा बौद्ध प्रदेश अध्यक्ष एवं आयुष्मान एस.आर.कानडे ट्रस्टी के नेतृत्व में मणिपुर की घटना कुकी आदिवासी समुदाय की महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाकर उनके साथ सामूहिक बलात्कार और उनको जलाए जाने के विरोध में रैली निकाली गई और महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम राज्यपाल छत्तीसगढ़ और जिला कलेक्टर दुर्ग को ज्ञापन दिया गया जिसमें मांग की गई है की मणिपुर की घटना में विस्थापित परिवारों के पुनर्वास का परिवारों के पुनर्वास उपाय किया जाना चाहिए तथा हत्या, आगजनी, बलात्कारियों और कुकी आदिवासी महिलाओं पर यौन उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर फांसी की सजा दी जानी चाहिए और वहां की जनता के बीच आज आपसी सद्भावना भाईचारा और अल्पसंख्यकों के बीच शांति बहाल करने की मांग की गई इस रैली में अमित गजभिए, व्ही.एन.प्रसाद राव, सकिल कुरैशी,अशोक कुमार गेडाम , मायाराम तुरकाने,सुभाष गजभिए,प्रज्ञा बौद्ध मीना नारनौरे, रंजना बाल वांद्रे जयश्री बौद्ध, लीना वैद्य, नीतू रामटेके अलका मेश्राम, आशा मडामे, लुंबिनी गजभिए, सुमन सहारे, पुष्प लता भोईर, शोभा पाटिल, प्रीतिमा गेडाम, उषा मेश्राम, कविता रंगा रे, प्रियंका मोड घरे, सविता बौद्ध, प्रभा खोबरागड़े आशा टेभुरकर, वर्षा थूल हर्षिता, सीके डोगरे जिलाध्यक्ष भारतीय बौद्ध महासभा, सीएल महेश्वरी सेंट्रल कमिटी मेंबर, बेनी लाल गोडबोले
एसएल देवदास , जितेंद्र मेश्राम अशोक मेश्राम दीपक रोडगे, सुमित गजभिए, जीवन सूर्यवंशी, अरुण वैद्य, व्हीएच बौद्ध बीआर कटाने, साकिर कुरेशी रायपुर से, वेणु गोपाल , कला दास ज्योत्सना मेश्राम,ज्योति गेडाम इत्यादि लोग उपस्थित रहे।