दुर्ग लोकसभा युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अय्यूब खान ने कहा कि दुर्ग जिला की भा.ज.पा. कार्यालय की बैठक में प्रधान मंत्री के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ‘ नारा की चर्चा और सराहना दुर्ग जिला के भा.ज.पा. नेताओं द्वारा किया गया जबकि ठीक इसके विपरीत उनके ही भा.ज.पा. के शीर्ष स्तर पर बैठे सांसद,विधायक एवम पदाधिकारी इसका पालन करना तो दूर इसकी धज्जियां उड़ाते रहते हैं।
भा.ज.पा. शासित राज्यों में देश की प्रसिद्ध खिलाड़ी बेटियां जिन्होंने देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर में भारत को खेलों में पदक दिलाया है उनके साथ भी शारीरिक शोषण व अत्याचार करने की बात कई महीनों से मीडिया में सुर्खियां बनी हुईं हैं। वो नामचीनी खिलाड़ी बेटियां अपने न्याय के लिए लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रही हैं। वो भी दिल्ली में प्रधान मंत्री के कार्यालय के समीप। इनके न्याय की मांग की आवाज देश के कोने कोने तक पहुंच गई लेकिन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय तक नहीं पहुंची। ना भा.ज.पा. पार्टी के नेताओं ने इस
भा.ज.पा. सांसद से इस्तीफा लिया ना ही उन्हे भारतीय कुश्ती संघ के पद से हटाया गया। अंततः देश की सर्वोच्च न्यायालय S.C. की फटकार के बाद इस सांसद पर कार्यवाही की बात सामने आ रही है परंतु यही भा.ज.पा. के नेता खिलाड़ी बेटियों पर हुए अत्याचार की कार्यवाही को लेकर चुप हैं।
देखने में आया है कि भा.ज.पा. शासित राज्य में भा.ज.पा. विधायक कुलदीप सेंगर ने भी बेटियों के साथ अत्याचार, दुराचार किया है और ऐसे कई उदाहरण हमें मिल जाएंगे। इन सब मामलों में चुप रहने वाले भा.ज.पा. नेताओं के लिए दुर्ग जिला के भा.ज.पा. कर्यालय में बैठकर ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की तारीफ एवम सराहना करना कतई शोभा नहीं देता।