दुर्ग/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग डॉ. जे.पी. मेश्राम द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नगपुरा एवं खुरसुल तथा एच.डब्ल्यू.सी. बोरई का आज आकस्मिक निरीक्षण किया गया। जिसमें सभी संस्थाओं में खामियों पाई गई, जिसको तत्काल व्यवस्थित करने हेतु संस्था प्रभारी एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारी तथा विकास कार्यक्रम प्रबंधक को निर्देशित किया गया।
सभी अस्पताल कर्मचारियों को ड्रेस कोड एवं आई.डी.एवं बैच लगाना अनिवार्य होगा। अस्पताल को साफ-सुथरा रखना सभी स्टाफ की जवाबदारी होगी एवं संस्था प्रभारी द्वारा नियमित निरीक्षण किया जाना अनिवार्य होगा जिसका उल्लेख अस्पताल व्यवस्थापन पंजी में रखना अनिवार्य है। सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में एस.ओ.पी. का डिस्प्ले करना अनिवार्य किया गया है। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना है, एवं 102 से मेपिंग करते हुये गर्भवती मरीजों एवं हाईरिस्क के मरीजों को समय पूर्व रिफर करना, नजदीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भेजना करने हेतु निर्देशित किया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं एच.डब्ल्यू.सी. के गाईडलाइन के अनुसार लैब की जाँच एवं मेडिसिन का रख रखाव, बी.एम.डब्ल्यू के गाईडलाइन के अधार पर कचरे का निपटारा, एनीमिया मुक्त भारत के अन्तर्गत एनीमिया के मरीजों को शत-प्रतिशत लगाना एवं एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक इमरजेंसी बैंड व्यवस्था करना, भर्ती मरीजों का आयुष्मान कार्ड से शत-प्रतिशत उसी दिन ब्लाकिंग करने हेतु निर्देशित किया गया। प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उपस्वास्थ्य केन्द्र (एच.डब्ल्यू.सी.) में मूवमेंट रजिस्टर एवं निरीक्षण पंजी रखना सुनिश्चित करें तथा लक्ष्य के अनुरूप मुख्यालय में रह कर संस्थागत प्रसव कराना सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं कार्यक्रम प्रबंधक को समस्त राष्ट्रीय कार्यों का समय-समय पर समीक्षा बैठक के माध्यम से शत-प्रतिशत लक्ष्य के अनुरूप कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया एवं जो अधिकारी एवं कर्मचारी कार्य के प्रति लापरवाही बरते जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।