दुर्ग/निशांत ताम्रकार/ विधानसभा चुनाव 2018 में प्रदेश कांग्रेस सरकार ने जनता से अनेकों लुभावने वादे किए थे। इन वादों कारण कांग्रेस पार्टी सरकार में तो आ गई है, लेकिन सरकार बनने के बाद कांग्रेस सरकार जनता से वायदा खिलाफी कर रही है। लुभावने वादों की श्रृंखला में संविदा, अनियमित कर्मचारियों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं से भी अनेक वादे किए गए लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा वादे पूरा नहीं करने की मार प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। आज प्रदेश के आंगनबाड़ियों में ताला लटका हुआ है, सरकार की वादाखिलाफी से नाराज आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका धरने पर बैठे है।
भाजपा दुर्ग जिला अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओ के धरनास्थल पर भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर समर्थन किया और उनकी छह सूत्रीय मांगो को जायज ठहराया। जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने धरना स्थल के मंच से कहा कि छह सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य सरकार को उनकी सभी मांगो पर अविलंब अमल करना चाहिए। जिले में स्थित 1500 आंगनबाड़ियों में ताला लगने से 25 हजार बच्चों को पोषण आहार नही मिल रहा है. पोषण आहार नहीं मिलने से 4 हजार बच्चे कुपोषण का शिकार हो गए हैं, जो चिन्ताजनक है। सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि दुर्ग जिले में 6 माह से 54 माह तक के 4234 कुपोषित बच्चे हैं, जिनका विशेष ख्याल रखना और नियमित रूप से पोषण आहार देना जरूरी है, पिछले 10 दिनों से यह अतिमहत्वपूर्ण कार्य भगवान भरोसे है। कांग्रेस सरकार को संवेदनशीलता से काम लेते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों को मानना चाहिए क्योंकि उनकी मांगे वही है जो कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखी थी।
जिलाध्यक्ष वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जो वादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओ से किया है उसे शीघ्र पूरा करे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए, उन्हें नर्सरी शिक्षक बनाया जाए और कलेक्टर दर पर सम्मानजनक वेतन दिया जाए। आंगनबाड़ी सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पदों पर एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर के रिक्त पदों पर शत प्रतिशत पदोन्नति दी जाए साथ ही विभागीय सेवा भर्ती नियम में संशोधन किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रायमरी शिक्षक का दर्जा दिया जाए। मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के बराबर समान काम का समान वेतन दिया जाए एवं केश कार्यकर्ता को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर समाहित किया जाए, जिसके वे सौ फीसदी हकदार हैं। कार्यकर्ताओं को सेवानिवृत्ति के पश्चात 5 लाख और सहायिकाओं को 3 लाख रुपए दिया जाए, जिससे वृद्धवस्था में किसी के सामने हाथ फैलाने की नौबत ना आए एवं रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्ति करने की मांग पूरी तरह से न्याय संगत है। भारतीय जनता पार्टी आंगनबाड़ी सहायिकाओं एवं कार्यकर्ताओं की मांगों का पूरा समर्थन करती है साथ ही मांगो को पूरा कराने के लिए सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है।
धरना स्थल पर उपस्थित जिला भाजपा उपाध्यक्ष अलका बाघमार ने कहा कि कांग्रेस सरकार में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पूरी तरह उपेक्षित है उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सौतेला व्यवहार कर रहे हैं जिसका भारतीय जनता पार्टी पुरजोर विरोध करते हुए उनके हक की लड़ाई में हर मोर्चे पर संघर्ष करेगी। जिला महामंत्री ललित चन्द्राकर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क है कांग्रेस जो कहती है वो करती नही है। हम पूरी तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के आंदोलन का समर्थन करते हुए उनका हक दिलाकर ही हम दम लेंगें। धरना स्थल पर उपस्थित पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं महिला मोर्चा की मंत्री माया बेलचंदन ने कहा है कि कांग्रेस सरकार पूरी तरह तानाशाही रवैय्ये से लबरेज होकर कार्य कर रही है जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा नारी शक्ति का सम्मान किया है, उनका अपमान कतई बर्दाश्त नहीं होगा। इस अवसर पर महामंत्री सुरेन्द्र कौशिक,भाजयुमो जिला मंत्री केवल देवांगन, नवीन पवार, अनूप तिवारी, रूपेश साहू, राहुल देवांगन सहित भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे