भिलाई नगर/ शहर हित में होने वाले बड़े प्रोजेक्ट तैयार किए जा रहे हैं तथा कई प्रोजेक्ट तैयार हो चुके हैं, जिनमें से बहुत से बड़े कार्य की विभागीय प्रक्रिया तीव्र गति से हो रही है। आज इन्हीं प्रोजेक्ट जिसमें 15 वे वित्त आयोग तथा परियोजना से संबंधित कार्य की शामिल है की विभागीय समीक्षा महापौर नीरज पाल और निगमायुक्त रोहित व्यास ने संयुक्त रूप से की। आज की संयुक्त बैठक में महापौर एवं आयुक्त ने 15 वे वित्त आयोग एवं परियोजना से संबंधित कार्यों की विस्तृत जानकारी लेते हुए शीघ्र विभागीय प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों की स्वीकृति या अनुमोदन शासन स्तर पर लेना है तथा जिन कार्यों की स्वीकृति या अनुमोदन शासन स्तर पर लंबित है या अन्य कही रुकी हुई है ऐसे कार्यों के लिए समन्वय बनाकर कार्य करावे। 15वें वित्त आयोग के तहत वायु गुणवत्ता सुधार, जल प्रबंधन एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर भिलाई में बेहतर काम होना है। पर्यावरण के दृष्टिकोण से शहर में इसके चलते अनेकों लाभ शहरवासियों को मिलेंगे। इसके तहत आधुनिक मशीनों की स्थापना भी की जाएगी। इसके पूर्व अधिकारी इसका प्रेजेंटेशन भी देंगे। जिन कार्यों के लिए बीएसपी क्षेत्र से अनापत्ति प्राप्त नहीं हुआ है और इसके कारण कार्य अटके हुए हैं इसकी विस्तृत जानकारी समीक्षा बैठक में ली गई, तथा शीघ्र अति शीघ्र अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किए जाने के निर्देश दिए गए। बीएसपी क्षेत्र में सीवरेज, पेयजल, सफाई इत्यादि की वर्तमान स्थिति की भी समीक्षा की गई और इसकी विस्तृत जानकारी तैयार करने कहा गया। सिविक सेंटर में सांस्कृतिक एवं अन्य कार्यक्रम के लिए ओपन ऑडिटोरियम निर्माण के लिए भी प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश बैठक में दिए गए हैं। महापौर एवं निगम आयुक्त ने बैठक में कहा कि भिलाई निगम क्षेत्र अंतर्गत सड़क जिनमें मरम्मत एवं संधारण की आवश्यकता है, इनके संधारण एवं मरम्मत के लिए शीघ्र अति शीघ्र प्रस्ताव तैयार कर विभागीय प्रक्रिया पूर्ण करें। जो कार्य अप्रारंभ है उन्हें प्रारंभ करने प्रगतिरत कार्यों में तेजी लाने के साथ ही कार्य को शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण करने बैठक में निर्देशित किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार जोशी, कार्यपालन अभियंता सुनील दुबे स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, सहायक अभियंता अजय गौर, महापौर के निज सचिव वसीम खान एवं अर्पित बंजारे आदि मौजूद रहे।