दुर्ग//भिलाई के सेक्टर सिक्स में स्थित आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में तीन दिवसीय एस्ट्रो कार्यशाला का आयोजन किया गया है, जिसमें बच्चों ने बड़ी ही कौतूहलता के साथ 110 गुना जूमिंग कैपेसिटी वाले रिफ्लेक्टिव टेलीस्कोप से आकाश गँगा में टिम टिमाते तारों को देखा, स्कूली बच्चों ने सौरमण्डल में चंद्रमा और ज्यूपिटर ग्रह को देखा। बच्चों ने तो यह भी जाना कि रात का दिशा सूचक ध्रुव तारा तो सुबह सूर्य अपने उगने और अस्त होने से देता है दिशा का ज्ञान । इस तरह स्टार गैजिंग में आकाशगंगा से लेकर खगोलीय घटनाओं के प्रत्यक्षदर्शी बने सेजेस के विद्यार्थी, साथ ही स्काई व्यू एंड्राइड एप्लीकेशन बच्चों का एस्ट्रो ट्युटर भी बना । सेजेस के बच्चों के लिए ये अनुभव किसी सपने के पूरा होने जैसा था। स्कूल के एस्ट्रोनॉमी लैब से बच्चे इस दुनिया के परे दूसरी दुनिया से परिचित हुए । इसकी शुरुआत स्टार गैजिंग इवेंट से हुई। जिसमें विद्यार्थियों ने 50 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक के ट्यूबलरनुमा रिफ्लेक्टिंग टेलीस्कोप से खगोलीय विज्ञान को समझने की कोशिश की।