बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं :आईएएस लक्ष्मण तिवारी

दुर्ग। इन दिनों प्रशिक्षु आयुक्त आई ए एस लक्ष्मण तिवारी दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में अपने कार्यों के कारण चर्चा मैं बने हुए हैं निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से संबंधित प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी के द्वारा शहर के विकास के लिए हर संभव प्रयास लगातार किया जा रहा है किंतु आज एक ऐसा वाकया हुआ जिसके कारण शहर की जनता और बच्चों में खुशियों की लहर दौड़ गई मामला कुछ इस प्रकार है कि आज से बच्चों के एग्जाम शुरू हुए कई बच्चों के बालकों ने आर्थिक स्थिति के कारण समय पर फीस का भुगतान नहीं किया और जल्दी भुगतान करने का वादा स्कूल प्रबंधन से किया किंतु इसके बावजूद भी शहर के सबसे पुराने स्कूल विश्वदीप स्कूल के संचालकों ने बच्चों को परीक्षा हॉल से बाहर निकालकर मैदान में धूप में खड़ा कर दिया और बालकों को बुलाने के लिए कह दिया बालक इस पीड़ा को सहन करते हुए अपने पालकों की तरफ देख रहे थे सभी दुखी थे कि परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं समाज के रीति रिवाज से अनभिज्ञ बच्चे उदास से धूप में खड़े थे जिसकी जानकारी कहीं से प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी को प्राप्त हुई जानकारी मिलते ही प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी तुरंत विश्वदीप स्कूल पहुंचे और उन्होंने स्कूल प्रबंधन से कड़े शब्दों में बच्चों के साथ इस तरह के बर्ताव पर नाराजगी व्यक्त करते हुए स्कूल प्रबंधन को सख्त निर्देश दिया कि किसी भी कीमत पर बच्चों के परीक्षा ना छूटे और तुरंत बच्चों को परीक्षा हॉल में भेजा जाए इस तरह का अमानवीय कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा वही चर्चा है कि फीस के मामले में पालकों से संपर्क कर समस्या की हल करने की बात आईएस लक्ष्मण तिवारी ने स्कूल प्रबंधन से कही बच्चों के चेहरे पर तब वह मुस्कान लौटी जब उन्हें यह पता चला कि वह परीक्षा दे सकते हैं उन्होंने जो दिल से सच्चे दिल से प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी को धन्यवाद दिया वह क्षण निश्चित ही बच्चों के लिए और प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी के लिए अनमोल रहा होगा बता दें कि निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले लक्ष्मण तिवारी अपनी मेहनत और लगन से आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं वही बच्चों के प्रति उनके मन में जो लगाव है वह गाहे-बगाहे देखने को मिली जाता है आज की घटना से बच्चों के साथ बच्चों के पालकों के मन में भी प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी के प्रति सच्चे मन से आदर भाव उत्पन्न हुआ होगा वही इस सब घटना के बाद पालकों में भी चर्चा का विषय रहा कि आज एक ऐसा अधिकारी जो ना ही इस शहर से और ना ही इस प्रदेश से कोई रिश्ता रखता हो किंतु बच्चों के भविष्य के लिए अपना कीमती समय निकालकर स्कूल प्रबंधन से बात किया जबकि इस समय कई पालकों ने शहर के जनप्रतिनिधियों को फोन किया किंतु किसी ने भी पालकों की बात को गंभीरता से नहीं लिया कई जनप्रतिनिधि ने तो फोन उठाना भी उचित नहीं समझा आज समाज बच्चों के लिए कुछ सोचे तो वह सभी समाज की गिनती में आता है किंतु अगर जनप्रतिनिधि भी ऐसे विपत्ति के समय सामने ना आए तो शहर की जनता को सोचना चाहिए कि कैसा जनप्रतिनिधि उनको शहर की जनता के लिए चाहिए जो शहर की जनता के हित के बारे में सोचें ना कि सिर्फ फोटो बाजी करके शहर में अपनी छवि को बनाए ।

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