दुर्ग. दुर्ग विधायक अरुण वोरा को क्रिकेट खेलते हुए फोटो खिंचवाना महंगा पड़ गया। उन्होंने क्रिकेट खेल रही बच्चियों को कैच के लिए स्टंप के नजदीक खड़ा करा दिया और खुद बल्ला लेकर उतर गए। इसके बाद हल्की बॉलिंग पाकर ऐसा शॉट मारा की वो सीधे एक गर्ल्स प्लेयर के मुंह में लगी। इससे उसका होंठ फट गया और वो लहू लुहान हो गई। बाद में आनन फानन में उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज किया गया। जानकारी के मुताबिक दुर्ग के पद्मापुर स्टेडियम में बुधवार दोपहर महिला क्रिकेट कोचिंग से जुड़ी कुछ गर्ल्स प्लेयर क्रिकेट खेल रही थीं। उसी दौरान अचानक विधायक अरुण वोरा पहुंचे। उन्होंने बच्चियों को क्रिकेट खेलता देख गाड़ी रुकवाई और खुद भी क्रिकेट खेलते फोटो खिंचवाने की इच्छा जताई। वोरा समर्थकों ने गर्ल्स प्लेयर से बैट लेकर विधायक को दिया। इसके बाद एक दूसरी लड़की को बॉलिंग करने के लिए कहा गया। इस दौरान दूसरी गर्ल्स प्लेयर को विकेट के नजदीक ही फील्डिंग करने के लिए लगा दिया गया। बॉलर ने विधायक को सामने देखकर हल्की बॉल डाली। इससे विधायक इतने जोश में आ गए उन्होंने छक्का और चौका मारने की नियत से बैट को काफी तेज घुमा दिया। बाल बैट से लगकर इतनी तेज गई की सामने खड़ी गर्ल्स प्लेयर के मुंह में लगी। इससे गर्ल्स प्लेयर का होंठ फट गया। विधायक ने खुद बच्ची को पहुंचाया जिला अस्पताल बॉल लगने से गर्ल्स प्लेयर लहू लुहान हो गई। उसे देखते ही विधायक ने उसे अपनी गाड़ी में बिठाया और सीधे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डेंटिस्ट ने बच्ची का इलाज किया। इलाज के बाद बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। इस दौरान दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल भी विधायक के साथ मौजूद रहे। बताई जा रही सामान्य दुर्घटना इस बारे में कोई भी कुछ ठीक से नहीं बता रहा है। विधायक वोरा का कहना है कि ये एक सामान्य दुर्घटना है। बच्ची क्रिकेट खेल रही थी। क्रिकेट खेलने के दौरान बॉल दांत में लगी। इससे होंठ में चोट आई। इलाज करवाया गया है। अब वो ठीक है। वहीं कुछ लोग दबी जुबान में ये भी कह रहे हैं कि ये विधायक की गलती है। विधायक को बच्चियों के साथ क्रिकेट खलने जाने की क्या जरूरत थी। खेलते भी तो उतनी तेज बॉल मारने की क्या जरूरत थी। लेदर या कार्क बॉल होती तो हो सकती थी बड़ी दुर्घटना लोगों का कहना है कि विधायक ने जो बॉल मारी थी वो ड्यूज बॉल थी। यदि वो बॉल कार्क या लेदर की होती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। बच्ची को गंभीर चोट भी आ सकती थी। हलांकि यह भी कहा जा रहा है कि इसमें भी बच्ची को एक दो टांके लगाने पड़े हैं।