दुर्ग. महादेव एप की ब्रांच चलाने और महज कुछ महीनों में करोड़पति बनने वाला दुर्ग पुलिस का सिपाही बहाल हो गया है। दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने खुद कहा था कि सहदेव के तार दुबई में बैठे महादेव एप के संचालकों से जुड़े हैं। उनके पास इसके साक्ष्य हैं। इसके बाद उन्हीं ने ऐसे सिपाही को सस्पेंशन से बहाल कर दिया है। बहाली के दौरान सहदेव लाइन में पदस्थ किया गया है। दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया था कि सहदेव कुम्हारी थाने में पदस्थ होने के बाद से लापता है। उसने अब तक न तो आमद दी और न ही यह बताया कि वो कहां किस वजह से गया। इतना ही नहीं एसपी ने यह भी दावा किया महादेव एप संचालन में शामिल सिपाहियों में सहदेव का नाम भी शामिल था। जब उसकी कॉल डिटेल और सीडीआर खंगाली गई तो उसकी भूमिका संदिग्ध नजर आई। वह लगातार कई महीनों से ड्यूटी से गायब था। साथ ही वह लगातार महादेव ऐप से जुड़े दुबई में बैठे लोगों से बात करता रहा और कई राज्यों में इसकी मौजूदगी भी मिली। इसी के चलते दुर्ग एसपी ने सहदेव को सस्पेंड कर जांच सीएसपी दुर्ग वैभव बैंकर को दिया था। अब उन्हीं एसपी ने सहदेव को यह कहते हुए बहाल कर दिया है कि उसके ऊपर कई एजेंसियों की निगाह है। बहाल करने से वह पुलिस की नजर में रहेगा। सस्पेंड रहा तो वो कहीं भी भाग सकता है। इस दौरान सहदेव के खिलाफ पुलिस की जांच भी चलती रहेगी। सहदेव ने कहा उसके ऊपर लगे सभी आरोप गलत सहदेव ने भास्कर से बातचीत में बताया कि उसके ऊपर जितने भी आरोप लगे हैं वो गलत है। कुम्हारी में सस्पेंड होने के बाद उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट आई थी। इसलिए इलाज के दौरान वह भिलाई में ही रहा। कुछ दिन के लिए अपने गांव जरूर गया था। सहदेव का दावा है कि वह लाइन हर दिन सुबह शाम दस्तखत करता था। बड़े अधिकारी जो भी आरोप लगा रहे हैं वो गलत और निराधार हैं। दुबई में बैठे सन्नी सतनाम से लगातार करता था बातपुलिस जांच में पता चला कि सहदेव महादेव सट्टा चलाने वाले और दुबई में बैठे सन्नी सतनाम से लगातार बात करता था। सन्नी सतनाम ने भी सरेंडर के दौरान पुलिस को यह बात बताई। इस बारे में सहदेव का कहना है कि सतनाम से उसके पारिवारिक संबंध थे। उसे यह नहीं पता था उसकी वजह से वह बदनाम होगा। उसने सतनाम के घर में भी कह दिया है कि अब उससे वह संबंध नहीं रख सकता। सतमान की पत्नी बच्चों से उसके संबंध रहेंगे, लेकिन सतनाम से वह आगे कभी बात नहीं करेगा। साल 2020 से लगातार गायब था सहदेवसहदेव सिपाही सबसे पहले स्मृति नगर चौकी में पदस्थ था। यहां 15 अप्रैल 2020 से 17 नवंबर 2020 तक बिना बताए गायब रहा। ये सिलसिला आगे चलता रहा। बाद में इसे लाइन अटैच किया गया। फिर इसकी पदस्थापना कुम्हारी थाने में की गई। यहां 18 अगस्त 2021 से 10 सितंबर 2021, 14 नवंबर 2021 से 20 नवंबर 2021 और फिर 21 नवंबर 2021 से 3 मार्च 2022 तक गायब रहा। मार्च 2022 से अब तक फिर वह बिना किसी सूचना के अनुपस्थित चल रहा था। इसके चलते उसे सस्पेंड किया गया है।