दुर्ग।संविधान निर्माता डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर के महाप्रयाण दिवस 6 दिसंबर को समता सुरक्षा सेना एवं पंचशील बुद्ध विहार समिति द्वारा आयोजित रक्तदान महादान शिविर में अयप्पा नगर भिलाई निवासी जयश्री बौद्ध ने मरणोपरांत देहदान करने की घोषणा की। देहदान की वसीयत स्वयंसेवी संगठन दि बुद्धिष्ट प्रचारक विंग की संस्थापक सविता बौद्ध संकल्पी को सौंपा गया।
देहदान की वसीयत पर उनके जीवन साथी सुदेश कुमार और पुत्र समर्थ कुमार ने सहर्ष सहमति दी। देहदाता ने विंग प्रमुख सविता बौद्ध संकल्पी के इन विचारों से प्रेरित होकर देहदान किया कि हम जीते जी जीवन में लोगो के काम आते रहें है और मरने के बाद भी हमारा मृत शरीर काम आएगा । यह एनाटामी रायपुर मेडिकल कॉलेज को दिया जाएगा। लोगों में देहदान के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से देहदान की घोषणा पंचशील बुद्ध विहार उरला दुर्ग के प्रांगण में अपील की गई। दि बुद्धिष्ट प्रचारक विंग द्वारा देहदान के लिए जयश्री बौद्ध को सम्मान पत्र दिया गया।