छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक व्यवसायी ठगी का शिकार होने का मामला सामने आया है जहा विवाह के नाम पर लड़की दिखा 7 लोगों ने शादी कराने के नाम पर 17.5 लाख रुपए की ठगी की,,वही इस मामले में दुर्ग पुलिस विवेचना में जुटी हुई है..
दुर्ग के एक व्यवसायी के बेटे की शादी कराने का झांसा देकर 17.5 लाख रुपए की धोखाधड़ी हुई है। युवक के परिवार की प्राथमिकता स्वजातीय कन्या ही थी। इसका फायदा उठाकर सात लोगों ने ठगी का जाल फैलाया। इनमें एक महिला ने विवाह एजेंट, दूसरी समाज की अविवाहित कन्या और शेष ने पिता, भाई एवं अन्य रिश्तेदार का किरदार निभाया।
आपको बता दे की यह पूरा मामला दुर्ग का है जहा एक व्यवसाई पिता ने अपने पुत्र की शादी कराने लड़की खोजने एजेंट का सहारा लिया साथ ही शादी के नाम पर रुपए खर्च करने की बात कही गई जिस पर राजी हुए व्यवसाई धोखाधड़ी का शिकार हो गया और करीब 17.5 लाख रुपए से ठगी का शिकार हो गया, इस घटना में जब थोड़ा गड़बड़ी का एहसाय हुआ तो सबसे पहले शादी के बाद दूल्हे ने कथित पत्नी पूर्वी का आधार कार्ड मांगा तो बहाने बनाने लगी। शक हुआ तो धोखाधड़ी से पर्दा उठ गया।
जिसके बार पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली थाना पुलिस ने कथित पत्नी समेत सातों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। इस मामले में थाना प्रभारी विजय यादव ने बताया कथित दुल्हन पूर्वा भारती जैन का असल नाम भारती नरगावेप, विवाह एजेंट सरला का असल नाम सरला जाधव उर्फ हर्षा, पूर्वा के भाई संतोष का असली नाम संतोष शर्मा, महावीर गांधी का असली नाम शिवराज जाधव पाया गया।