दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के शोधकर्ता संदीप कुमार ने अपने पीएचडी की अंतिम मौखिक प्रस्तुतीकरण के बाद पीएचडी की उपाधि ग्रहण की। शोधकर्ता संदीप कुमार ने जल प्रदूषण को रोकने के लिए एक कारगर विधि पर शोध किया है। शासकीय विश्वनाथ यादव तमस्कर महाविद्यालय दुर्ग में रसायन शास्त्र विभाग के भूतपूर्व प्राध्यापक डॉक्टर अलका तिवारी के निर्देशन में अपना शोध कार्य पूर्ण किया। संदीप कुमार वर्तमान में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय दुर्ग में रसायन शास्त्र विभाग में सहायक प्राध्यापक एवं विभाग अध्यक्ष के रूप में कार्यरत है। उनके पीएचडी के अंतिम प्रस्तुतीकरण में डॉक्टर हरि सिंह गौर सागर विश्वविद्यालय एवं डॉक्टर एपी मिश्रा बाह्य परीक्षक के रूप में थे। संदीप कुमार भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई के एक मुख्य परियोजना में काम कर रहे थे, जिसमें उनका उद्देश्य गामा रेडिएशन का उपयोग कर जल में पाए जाने वाले तथा टेक्सटाइल इंडस्ट्री से निकलने वाले कलर्स को अलग करना था। यह रंगीन पदार्थ बहुत ही खतरनाक होते हैं और यह कैंसर के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। साथ ही लिवर में परेशानी, मस्तिक में परेशानी सहित अन्य बीमारियां होती है। उनके इस शोध में डॉक्टर वाय के भारद्वाज हेड रेडिएशन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट डिवीजन, डॉक्टर सी वी चौधरी, डॉक्टर आरके मंडल, डॉक्टर झिमली पाल आदि का योगदान रहा। इस अवसर पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति डॉक्टर अरुणा पलटा ने संदीप कुमार का सम्मान किया । इस दौरान कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप, उप कुल सचिव राजमणि पटेल, डॉ अनुपम अस्थाना, डॉक्टर जगजीत कौर सलूजा एवं अन्य प्राध्यापक गण तथा रिसर्च स्कॉलर उपस्थित थे।