दुर्ग। जिले के डीसी उतई सब स्टेशन मचांदुर फीडर में आरडीएसएस योजना के तहत विद्युतीकरण कार्य के दौरान वहां पर लोहे के पोल को क्षतिग्रस्त कर देढ़ किलोमीटर लंबे तार की चोरी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने चंद घंटे के भीतरी गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। पुलिस ने बताया कि कंपनी के सुपरवाइजर की शिकायत पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 303(2) के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया गया था। स्ट्रॉवेरी इंफ्रा सॉल्यूशन लिमिटेड कंपनी में दीपक कुमार निवासी ग्राम सिझवा, थाना इचाक जिला हजारीबाग झारखंड हाल मुकाम देमार थाना पाटन सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत है। उनके कंपनी द्वारा राजपूताना केवल एवं कंडक्टर प्राइवेट लिमिटेड से दुर्ग जिले के डीसी उतई के सब स्टेशन मचांदुर फीडर में धौराभाठा तक विद्युतीकरण का कार्य का ठेका लिया गया है। इस कार्य के लिए धौरा भाठा से काशीडीह तक पोल लगाकर तार खींचा गया था। यह कार्य लगभग 5 दिनों से बंद था। 25 अगस्त की शाम को प्रार्थी अपने इंजीनियर शैलेंद्र कुमार महतो के साथ फील्ड में गया था और वहां का निरीक्षण किया था। इसके बाद उसे 8 सितंबर को सूचना मिली कि खोपली डीहपारा से धौराभठा रोड के किनारे खंबे से रेबिट कंडक्टर तार चोरी हो गया है जिसकी कीमत लगभग 2 लाख रुपए है। शिकायत के पास पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि दो-तीन लड़के पीकअप वाहन में तार रखकर उतई बाजार में बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन संदेहियों को पकड़कर थाना लाया। पूछताछ में आरोपी निलेश कुमार दास निवासी शारदा पारा कैंप दो भिलाई, झम्मन साहू निवासी मिलन चौक कैंप नंबर 2 थाना छावनी तथा शंकरलाल साव निवासी बुनकर संघ के पास थाना लालबाग जिला राजनांदगांव ने चोरी करना स्वीकारा। पुलिस ने आरोपियों के पास से लगभग दो लाख रुपए कीमत के तार एवं ढाई लाख रुपए कीमत की पीकअप वाहन जब्त की है।