दुर्ग। ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। साइबर ठग फर्जी कॉल और सोशल मीडिया संदेशों के माध्यम से लोगों को अधिक लाभ का लालच देकर ठगी कर रहे हैं। इसको लेकर पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों से सावधानी बरतने की बात कही गई है।
साइबर ठग सोशल मीडिया अकाउंट या फर्जी मोबाइल नंबर से कॉल मैसेज भेज कर लोगों को शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए प्रेरित करते हैं। जब पीड़ित व्यक्ति ठगों के झांसे में आकर राशि स्थानांतरित कर देता है और बाद में पता चलता है कि उसके साथ ठगी हो गई है। पुलिस ने बताया कि फेक स्टॉक ट्रेडिंग विज्ञापन की पहचान सामान्य आदमी भी कर सकता है। अन्वेरीफाइड प्रोफाइल टिक मार्क नहीं होता है। आईपीओ एलॉटमेंट और अत्यधिक रिटर्न का वादा किया जाता है। फर्जी वीडियो के माध्यम से भ्रमित किया जाता है। व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने का दबाव दिया जाता है। इससे लोगों को सावधानी रखना आवश्यक है। अज्ञात व्हाट्सएप या टेलीग्राम ग्रुप पर कोई विज्ञापन दिखाई दे तो तुरंत ग्रुप छोड़ दें। किसी भी कंपनी के तुरंत या कम समय में अधिक मुनाफा देने के वादे पर विश्वास ना करें। अज्ञात ग्रुप पर विश्वास ना करें।निवेश करते समय केवल सत्यापित ब्रोकर से ही लेनदेन करें और अपने डीमैट खाते को नियमित रूप से जानते रहे। किसी भी प्रकार का साइबर फ्रॉड होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें ताकि रकम को खाते में होल्ड करवाया जा सके।