दुर्ग 23 नवंबर 2022/ छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त आर.एन.वर्मा ने आज दुर्ग जिले के छात्रावासों का दौरा किया एवं साथ ही निर्माणाधीन छात्रावास को देखा । श्री वर्मा ने अधिकारियों को निर्माणाधीन छात्रावास को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए एवं साथ ही गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न करने की बात कही। वहीं श्री वर्मा ने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार द्वारा सभी वर्ग को ध्यान में रखते हुए शिक्षा और विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इस कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
श्री वर्मा द्वारा महिला ओबीसी छात्रावास नेहरू नगर भिलाई एवं प्रोफेसर कॉलोनी कातुल बोर्ड रोड भिलाई पिछड़ा वर्ग छात्रावास पुरुष का निरीक्षण किया एवं वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। श्री वर्मा दुर्ग के प्रयास हॉस्टल गए एवं वहां की व्यवस्था का निरिक्षण किया। उन्होंने छात्रावास अधीक्षक से प्रयास में रह रहे अध्ययनरत छात्रों के दिनचर्या उनके खान पान और शिक्षा की जानकारी ली। बालिका छात्रावास में सुरक्षा और स्वास्थ्य वातावरण निर्मित रहे इसके लिए उन्होंने अधीक्षक को सतत निगरानी रखने और कमियों को दूर करने के निर्देश दिए। इस दौरान प्रयास छात्रावास में संचालित किचन की व्यवस्था देखी और जरुरी निर्देश दिए।
श्री वर्मा के साथ निरीक्षण के दौरान श्रीमती अनीता डीकाटे अनुसंधान अधिकारी छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग, प्रियंवदा रामटेके सहायक आयुक्त आदिवासी कल्याण विकास विभाग दुर्ग , धीरज बाकलीवाल जी महापौर दुर्ग नगर निगम ,श्री गया पटेल, राजेश यादव जी सभापति नगर निगम दुर्ग ,सैय्यद अनीस रज़ा ,बृजमोहन तिवारी ,निखिल खिचारिया आदित्य नवरंग मिर्ज़ा शिब्बू एंव छात्रवास निरीक्षक विकास चंद्राकर भवना पांडे ,ओपी साहनी छात्रावास प्रभारी आशीष गुप्ता प्रयास लवकुमार वर्मा निरक्षक उपस्थित रहे।
शब्द औषधि का काम करता है- प्रयास होस्टल में निरीक्षण के दौरान श्री वर्मा ने कहा कि शब्दों का जीवन में बड़ा महत्व होता है आपके कहे शब्द घाव का काम करते है तो औषधि का भी काम करते हैं। आपके द्वारा कहे हुए शब्द ऐसे होने चाहिए जो किसी की पीड़ा को दूर कर दे प्यार से कहे शब्द बड़े से बड़े कष्ट को दूर कर देते हैं किन्तु नफरत से कहे शब्द सिर्फ पीड़ा और द्वेष ही उत्पन्न करते है। उन्होंने छात्राओं से मीठे और औषधि युक्त शब्द को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया।