दुर्ग/ ग्रामीण/ विधायक ललित चंद्राकर ने प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग को पत्रचार के माध्यम से बारिश के नदी – नाले में होने वाले समस्या से अवगत कराया !अक्सर देखने को मिलता है की बरसात के दिनों में गेट नही खोले जाने के कारण पानी का दबाव अधिक हो जाता हैं और वही नदी नाले के तटों के कटाव का कारण बनता है अच्छा होगा की मानवीय आप्रकृतिक कटाव का कारण हम ना बने l
इसके लिए हमे बारिश से पूर्व जिन शहरी आबादी को जिन एनीकेट से पेयजल प्रदान हो रहा है उन एनीकेट को छोड़ कर यह उचित होगा कि मानसून के पूर्व राज्य के समस्त नदी -नालों पर बने एनीकेट एवं स्टाप डेम के समस्त गेटो को खोल दिया जाना चाहिए ।
समय से गेट खोले जाने पर बरसात में आने वाली सिल्ट सरलता से बह जायेगी जिससे नदी एवम नाले संरक्षित रहेंगे वही जल संग्रहण का क्षेत्र भी कम नहीं होगा
बरसात के दिनों में नदी नाले में कचड़ा, गन्दगी रहने गेट नही खोले जाने के कारण पानी का दबाव अधिक हो जाता हैं और वही नदी नाले के तटों के कटाव का कारण बनता है और जल भराव की स्थिती पैदा करते हैं
बारिश से पूर्व नदी ,नाले की सफाई पर जोर दे शहर में होने वाले ।जलभराव से निजात दिलाने के लिए क्षेत्रवार छोटे , बड़े नालों एवं नालियों को अभियान के तहत साफ कराया जाएगा। ताकि बारिश में नालों में कचरा जमा होने से पानी जमा न हो और लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।