जिले में लगातार नकबजनी की घटनाएं घटित हो रही थी, जिन्हें अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय, जितेन्द्र शुक्ला (भा.पु.से.) के द्वारा आरोपियों की शीघ्र पतासाजी कर माल बरामद कर उनकी गिरफ्तारी करने हेतु निर्देश प्राप्त हुये थे एण्टी काईम साइबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक कपिल देव पाण्डेय, थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक राजेश मिश्रा, थाना प्रभारी वैशाली नगर निरीक्षक ममता अली शर्मा एवं चौकी प्रभारी स्मृतिनगर उप निरीक्षक पुरुषोत्तम कुर्रे के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा संदेहियों पर सतत् निगाह रखी जा रही थी, विशेष सूत्र भी लगाये गये थे। जेल से रिहा हुए पूर्व के आदतन अपराधियों पर भी निगाह रखी जा रही थी। घटना स्थलों के आसपास एवं आवागमन के रास्तों में लगे सीसीटीव्ही फूटेज का अवलोकन किया जा रहा था, इसी दौरान कुछ सीसीटीव्ही फूटेज में संदिग्ध मोटर सायकल सवार चार व्यक्तियों में से एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित हुयी। तकनीकी आधार पर भी आरोपियों के पत्तासाजी के प्रयास किये जा रहे थे, जिनसे कुछ दीगर प्रदेशों के संदिग्ध व्यक्तियों की उपस्थिति ‘घटना स्थल के आस पास परिलक्षित हो रही थी। जिसके आधार पर टीम द्वारा विशेष सूत्रों के माध्यम से उक्त संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी एकत्र कर हरियाणा कुरुक्षेत्र के शाहबाद डेहा कालोनी से सुखविन्दर सिंग नाम के व्यक्ति को पकड़कर पूछताछ किया गया, जोकि प्रारंभिक पूछताछ पर गुमराह करता रहा किन्तु सतूत तथ्यात्मक पूछताछ करने पर अपने साथी शाहबाद निवासी कार्तिक कुमार एवं विशाल कुमार के साथ मिलकर, भिलाई निवासी सुरजीत सिंह के बुलाने पर करीब 20 दिन पूर्व भिलाई जाना, जहाँ पर सुरजीत सिंह के चताये गये 02 सूने मकानों में अपने उक्त साथियों के साथ मिलकर नकबजनी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी की निशानदेही पर उसके कब्जे से चोरी की मशरूका 02 नग सोने की अंगूठी जप्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड हासिल कर लाया गया है।
आरोपी सुखविन्दर सिंह के बताये अनुसार सुरजीत सिंह को भिलाई से पकड़ा गया। पूछताछ करने पर उसके द्वारा अप्रैल महीने में अलग-अलग समय पर शाहबाद कुरूक्षेत्र हरियाणा निवासी अपने साथी कार्तिक, विशाल एवं सुखविन्दर सिंह को गिलाई बुलाना, जिनकों शांति नगर, नेहरू नगर, साकेत कालोनी स्मृतिनगर के सूने मकानों को दिखाकर नकबजनी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। जिसमें से मिले नगदी रकम को आपस में बांट लेना, सोने चांदी के जेवरातों को में से कुछ जेवरात को अपने भाई गुरुप्रीत सिंह निवासी ग्राम भोरछी राजपूताना अमृतसर पंजाब को बेचने के लिए देना बताया एवं चोरी की शेष जेवरात को सुपेला निवासी महंत देशलहरे उर्फ विक्की के माध्यम से चिकी कराना, साथ ही फरवरी माह में अपने साथी नरेश साहू उर्फ चांदी के साथ मिलकर राधिका नगर क्षेत्र में नकबजनी की घटना को अंजाम देना, जिसमें मिले सोने के जेवरात को अपने भाई गुरुप्रीत सिंह को एवं चांदी के जेवरात को महंत उर्फ विक्की के माध्यम से विक्री करवाना स्वीकार किया। जिससे नरेश साहू उर्फ चांदी को सुपेला क्षेत्र से पकड़कर पूछताछ किया गया जो कि सुरजीत सिंह के साथ मिलकर राधिका नगर में चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया उसके कब्जे से 15 हजार रूपये नगद एवं विदेशी मुद्रा दीरहम, रियाल, इण्डोनेशियन मलेशियन करेन्सी, यूरो यूरो के कुल 28 नोट जप्त किया गया आरोपियों के निशांदेही पर उनके कब्जे से जुमला कीमती तकरीबन 08 लाख रूपये की मशरूका जप्त कर अग्रिम कार्यवाही थाना वैशाली नगर एवं सुपेला से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में एन्टी काईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग से सउनि शमित मिश्रा, प्र.आर. सगीर खान, प्र.आर. प्रदीप सिंह, आरक्षक रिंकू सोनी, राकेश चौधरी, अजय गहलोत, भावेश पटेल, राकेश अन्ना, संतोष गुप्ता, पन्नेलाल, जुगनु सिंह, धीरेन्द्र, फारूख, विक्रांत यदु, थाना वैशाली नगर से सउनि सुरेश पाण्डेय, प्र.आर. हेमन्त सिंह, आर. नितेश पाण्डेय, आवेश सिद्धीकी, नियाज, जितेन्द्र सिंह एवं थाना सुपेला से सउनि दिनेश सिंह, चौकी स्मृति नगर से सउनि राजेन्द्र देशमुख की उल्लेखनीय भूमिका रही।
गिरफ्तार आरोपी
1. सुखविन्दर सिंह पिता खड़कू सिंह उम्र 19 साल निवासी मंजी शाहय गुरुद्वारा के पास डेहा बस्ती शाहबाद मारवांडा जिला कुस्योत्र हरियाणा।
2. सुरजीत सिंह पिता अमरजीत सिंह उम्र 34 साल निवासी ग्राम भोरची राजपूताना थाना बित्तर्थिया जिला अमृतसर पंजाब, हात भेलवा तारताब
के पास पुरानी बस्ती कोठका
भिलाई।
3. नरेश साहू उर्फ चांदी पिता हरेकृष्ण साहू उम्र 29 साल निवासी राधा कृष्ण मंदिर के पास सिन्वेकला थाना सिन्देकता जिला बोलांगीर उड़िसा।
थाना वैशाली नगर
अप.क.
91/2024, 454, 380 भादवि.
92/2024, 454, 380 भादवि.
थाना सुपेला
अप.क.
404/2024, 457, 380 भादवि.
397/2024, 457, 380 भादवि
177/2024, 457, 380 भादवि