सीएसबीटीयू मिलाई ने देश के सबसे पुराने तकनीकी विश्वविद्यालय जेएनयू हैदराबाद के सहयोग से बीटेक छात्रों को डबल डिग्री प्रदान करने की एक नई पहल की है। जेएनटीयू हैदराबाद और सीएसवीटीयू भिलाई के प्रतिनिधियों के बीच एक सहयोगी बैठक आयोजित की गई थी। यूजीसी द्वारा अप्रैल 2022 में अपने नए नियमों को जारी करने के बाद दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों द्वारा यह पहल की गईं थी कि छात्र दो नियमित डिग्री कार्यक्रमों में नामांकन कर सकेंगे। साथ-साथ नई शिक्षा नीति 2020 में भी यही सिफारिश है।जेएनटीयू सीएसवीटीयू के सहयोग से सभी इंजीनियरिंग विषयों के बीटेक कार्यक्रमों के साथ बीबीए (डेटा एनालिटिक) की पेशकश करने जा रहा है। इससे बीटेक के छात्रों को इंजीनियरिंग के साथ-साथ मैनेजमेंट सीखने में काफी फायदा होगा। इससे छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।
इस कार्यक्रम में दाखिला लेने वाले सीएसवीटीयू के छात्र जेएनटीयू से अपना बीबीए (डेटा एनालिटिक) प्राप्त कर सकेंगे। डबल डिग्री पाठ्यक्रम को हाइब्रिड मोड (जेएनटीयू हैदराबाद द्वारा 70 % ऑनलाइन और शीएसवीटीयू मिलाई द्वारा 30% ऑफलाइन) के माध्यम से पेश करने का प्रस्ताव है। इसके अलावा दौरान पहले से पढ़ रहे विषयों के क्रेडिट ट्रांसफर के लिए और विकल्प होगा। इंजीनियरिंग के छात्र प्रथम वर्ष से तीसरे वर्ष तक किसी भी सेमेस्टर में बीबीए के लिए नामांकन कर सकते हैं।इस बैठक में सीएसवीटीयू से डॉ एमके वर्मा वीसी, डॉ पीके घोष (निदेशक, यूटीडी), डॉ आरएन पटेल प्रो. डॉ दीप्ति वर्मा अकादमिक आई / सी और जेएनटीयू हैदराबाद से डॉ केएन रेड्डी (माननीय वीसी), डॉ मंसूर अहमद (रजिस्ट्रार), डो सिंधु (निदेशक अध्ययन), डॉ माधवी (निदेशक अकादमिक योजना), डॉ कृष्ण मोहन रॉय (निदेशक ऑनलाइन लर्निंग) ने अपने विचार व्यक्त किए। और विशेषज्ञों की राय और इसके कार्यान्वयन के लिए रोड मैप तैयार किया।