रायपुर के इंडोर स्टेडियम में शपथ ग्रहण की तैयारी चल रही है। इस बार करीब 10 मंत्री कैबिनेट में शामिल होगें। सीएम और दो डिप्टी सीएम सहित कुल 13 लोगों का कैबिनेट हो जाएगा। जानकारों के मुताबिक मंत्री के ये लोकसभा चुनाव में भाजपा को फिर विजय बनाने की तैयारी की जा रही है
सूत्रों के हवाले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों में पहला नाम ओपी चौधरी का है। पूर्व आईएएस चौधरी रायगढ़ सीट से चुनाव जीते हैं। इसके अलावा चुनाव जीतकर पहुंचे दूसरे आईएएस नीलकंठ टेकाम तो दुर्ग जिले से दो मंत्री बनाए जाने की चर्चा को भी बल मिल रहा है दुर्ग जिले से गृह मंत्री तमाशा साहू को हराने वाले लाल चल रहकर अनुभव विधायक डोमन लाल कोरसेवाड़ा एवं दुर्ग विधानसभा से गजेंद्र यादव में से मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर राजनितिक चर्चाओं का जोर है।
पुराने मंत्रिमंडल में से बृजमोहन अग्रवाल को मंत्री बनाए जाने की भी प्रबल संभावना नजर आ रही है वहीं अगर मुंगेली विधानसभा क्षेत्र से पुन्नू लाल मोहले को मंत्री बनाया जाता है तो डोमन लाल कोरसेवाडा को अन्य किसी बड़े आयोग में की जिम्मेदारी दी जा सकती है । भारतीय जनता पार्टी के 15 साल के कार्यकाल में पीडब्ल्यूडी मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर असिन राजेश मूरत को इस बार मंत्री पद मिलने की संभावना है कम नजर आ रही है जैसा की प्रदेश में मुखिया का चुनाव जिस प्रकार से संगठन ने नए चेहरों के साथ किया है ऐसे में संगठन यह भी संदेश देना चाहता है कि नए लोगों को अब महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी।
वही बस्तर संभाग से लता उसेंडी को या फिर सरगुजा संभाग से सांसद पद से त्यागपत्र देने एवं विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाली रेणुका सिंह को भी मंत्रालय की जिम्मेदारी मिल सकती है
चर्चा है कि कल शाम को 8 मंत्री शपथ ले सकते हैं। कल से ही विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। नवनिर्वाचित विधायक कल ही विधानसभा की सदस्यता की शपथ लेंगे। इसके बाद शाम को मंत्रियों का औपचारिक शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसके लिए रायपुर के इंडोर स्टेडियम में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी शुरू हो गई है।
इस बार भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय संगठन ने जिस तरह से फैसले लिए हैं उसे सारे आकलन गलत साबित होते ही नजर आ रहे हैं इस बार अब प्रत्याशी रूप से छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में जिस तरह से मुख्यमंत्री और दोनों मुख्यमंत्री के साथ भारतीय जनता पार्टी ने नए शहरों को एवं जाति का समीकरण को ध्यान में रखते हुए जिम्मेदारी दी उससे यह भी संभव है कि मंत्रिमंडल में नए शहरों को प्रमुखता से स्थान दिया जा सकता है छत्तीसगढ़ सहित राजस्थान एवम मध्यप्रदेश की जनता एवम जीते हुए जनप्रतिनिधियों को मंत्रिमंडल के सूची का बेसब्री से इंतजार है।