नगर पालिक निगम महापौर धीरज बाकलीवाल आज पद्मनाभपुर मिनी स्टेडियम पहुंचे। नगरीय क्षेत्र छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल में शामिल होने वाले खिलाड़ियों का महापौर ने स्वयं खेल में शामिल होकर उत्साहवर्धन किया। महापौर ने कहा कि मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए खेल आवश्यक है वहीं जहां छत्तीसगढ़ी परंपरा से जुड़े हुए खेल को खेलने का मौका मिले तो लोगों के लिए इसका उत्साह और भी बढ़ जाता है। महापौर ने मिनी स्टेडियम खेल मैदान पर नगरीय क्षेत्र छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल के आयोजन में पहुंचे और खेल में शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के निर्देश पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का आयोजन सभी जिलों में किया जा रहा है वही इस खेल को लेकर शहर क्षेत्र के नागरिक काफी उत्साहित है, शहर के महापौर धीरज बाकलीवाल ने जनप्रतिनिधियों व बच्चों के साथ छत्तीसगढ़िया खेल का गिल्ली डंडा खेलकर खूब लुत्फ उठाया और जमकर खेल में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस मौके पर जलकार्य प्रभारी सजंय कोहले,खेलखुद एवं शिक्षा विभाग प्रभारी मनदीप सिंह भाटिया,पार्षद बिजेंद्र भारद्वाज,कार्यपालन अभियंता एसडी शर्मा, मौजूद रहें। नगर छत्तीसगढ़ी ओलंपिक खेल में खिलाड़ी 14 प्रकार के छत्तीसगढ़िया खेल जिसमें पिट्टुल, गिल्ली डंडा, संखली, लंगडी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकशी, बाटी (कंचा), बिल्लस, गेड़ी दौड़, भौंरा, 100 मीटर दौड़ एवं लंबी कूद का खेल शामिल है। लोग पद्मनाभपुर मिनी स्टेडियम खेल मैदान में पहुंचकर और खेलकर खूब आनंद ले रहे हैं।महापौर ने खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की अपनी परम्परा और पहचान है। इन खेलों के माध्यम से हमें अपनी जड़ों की तरफ फिर से लौटने का मौका मिला है। यहां की संस्कृति के साथ-साथ खेले जाने वाले ये पारम्परिक खेल बहुत महत्व रखते हैं। शहर व गांव में इस तरह के आयेाजन होने से एक बार फिर इन खेलों की पहचान बढ़ेगी और आने वाली पीढ़ी इन्हें जान पायेगी।खेल मैदान में मौजूद रहे वार्ड नोडल अधिकारी आसामा डहरिया,भारती ठाकुर,श्वेता महलवार,विकास दमाहे,करण साहू सहित अन्य मौजूद थे/जनसंपर्क विभाग/राजू बक्शी