दुर्ग।गुरुकुल का सपना आशीष शर्मा ने देखा था जो विगत 2 वर्षों से अपने इस सोच को धरातल में उतारा है। उनके इस काम को आगे बढ़ाने में मुख्य रूप से मेघा राठी,पूनम यादव, गोपाल कृष्ण शर्मा,संजय अग्रवाल,अनुज अग्रवाल, श्वेता अग्रवाल, खिलेश्वरी साहू,ममता टावरी,रेणु ,सुकृति ठाकुर एवं सभी शिक्षक सहयोग दे रहे हैं।सभी लोग अपने व्यस्त दिनचर्या से इस महान काम के लिए समय निकाल कर पूर्णतः निःशुल्क सेवा विगत 2 वर्षों से गुरुकुल में प्रदान कर रहे है। साथ ही शहर के लगभग 800 बच्चो को शिक्षा दे रहे है और सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं अनुभवी है।